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Saturday, October 6, 2018

हम बीमार क्यों होते हैं – जानिए बचाव और उपाय

हम क्यो बीमार पड़ते है 

दोस्तों कभी सोचा है की हम बीमार क्यूँ होते हैं बीमार पड़ने के कई कारण हैं जैसे हमारे शरीर में तीन दोष वात, पित्त, कफ तीनों का संतुलन बिगड़ जाना और मौसम में परिवर्तन होने के कारण , अनियमित खान-पान के कारण इत्यादि |

बीमारियों के प्रकार :-
बिमारी दो प्रकार को होती हैं जोकि इस प्रकार हैं :-
पहले प्रकार की बीमारी :- जो पहले प्रकार की बीमारी होती हैं वो ये हैं की जिनकी जिनकी उत्पत्त्ति जीवाणुओं, वायरस से होती हैं जैसे टी.बी. टायफाइड, चिकन गुनिया , मलेरिया, निमोनिया इत्यादि और इनका लक्षण ये हैं की ये बीमारी जल्दी से ठीक हो जाती हैं |
दुसरे प्रकार की बीमारी :- जो दुसरे प्रकार की बीमारी होती हैं वो ये है की जिनकी उत्पत्ति शरीर में बिना जीवाणुओं के होती हैं जैसे अस्थमा , एसिडिटी , सुगर, उच्च रक्तचाप, गठिया, कर्क रोग इत्यादि | इनका लक्षण ये है की ये बीमारी जल्दी से ठीक नहीं होती |

बीमारी के कारण

पहला कारण :- हम सब जानते हैं कि हमारा शरीर वात-पित्त-कफ (त्रिदोषों) के संतुलन से ही स्वस्थ रहता है। अगर किसी कारण से वात-पित्त-कफ का यह संतुलन बिगड़ता है तो हम बीमार पद जातें है| अगर हम अपने शरीर पर ध्यान दें तो यह बिगड़ा हुआ संतुलन सुधारा जा सकता है।
यह भी जरूर पढ़ेंवात-पित्त-कफ (त्रिदोष) क्या होतें हैं
दूसरा कारण :- मौसम में परिवर्तन होने से भी हम बीमार पड़ जातें हैं| सर्दी, बरसात, गर्मी के परिवर्तन से मौसम सम्बन्धी बीमारियाँ होती हैं जिन्हें हम जरा सी सावधानी से ठीक कर सकते हैं ।
तीसरा कारण :- अनियमित खान-पान, से भी हम बीमार पड़ जाते हैं और बाजार का सामन, सड़ी-गली चीजें खाने से, और एक दुसरे से विरूद्ध आहार खाने से भी हम बीमार पड़ जातें हैं, जैसे यदि हमारी प्रकृति पित्त प्रधान है तो हम अनजाने में पित्त बढ़ाने वाला भोजन करते हैं तथा बीमारी को और बढ़ावा देते हैं। अपनी प्रकृति को जानकर भोजन ग्रहण करें तो स्वस्थ रह सकते हैं।
चौथा कारण :- चौथा इसका में कारण है अनियमित दिनचर्या जैसे देर रात तक जागना या देर तक सोना, अनावश्यक तनाव के कारण भी कर्इ सारी बीमारियाँ होती हैं।
पांचवा कारण :- एक और बड़ा कारण ये है कि हम आज अनाज, फल, सब्जी आदि के रुप में जो भी खा रहे हैं वह सब रासायनिक खाद और कीटनाशकों के सहयोग से उत्पन्न किये जाते हैं। इसलिए वह खतरनाक रासायनिक तत्व अनाजों के द्वारा हमारे शरीर में आते हैं और अलग-अलग तरह की बीमारियों को जन्म देते हैं। इसलिए अनाज उगाने के लिए अपने खेतों में गोबर से बनी खाद का ही इस्तेमाल करें |
अब सवाल उठता है की हम स्वस्थ कैसे रहें स्वस्थ रहने के सूत्रों को पड़ने के लिए इस लिंक को दबाएँ – स्वस्थ रहने के सुनहेरे नियम – दोस्तों आप यहाँ से इन सूत्रों को पढ़कर बिलकुल स्वस्थ रह सकते हैं |

हमें अगर अपने आप को बीमारी से बचाना है तो हमें अपने बॉडी को
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