Call Us On: 8375-986-986

Sunday, December 16, 2018


थायराइड गर्दन में स्थित एक छोटी सी ग्रंथि होती है। तितली के आकार की इस ग्रंथि का मूल काम शरीर के पाचनतंत्र (मेटाबोलिज़्म) को नियंत्रित करना होता है। मेटाबोलिज़्म को नियंत्रित करने के लिए शरीर थायराइड हार्मोन बनाता है। यह हार्मोन शरीर की कोशिकाओं को निर्देशित करता है कि कितनी ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाना है। यदि थायराइड सही तरीके से काम करे तो शरीर के मेटाबोलिज़म के कार्य के लिए आवश्यक हार्मोन की सही मात्रा बनी रहेगी।
जैसे-जैसे हार्मोन का उपयोग होता रहता है, थायराइड उसकी जगह भरता रहता है। थायराइड रक्त की धारा में हार्मोन की मात्रा को पिट्यूटरी ग्रंथि को संचालित करके नियंत्रित करता है। जब मस्तिष्क के नीचे खोपड़ी के बीच में स्थित पिट्यूटरी ग्रंथि को यह पता चलता है कि थायराइड हार्मोन की कमी हुई है या उसकी मात्रा अधिक है तो वह अपने हार्मोन (टीएसएच) को समायोजित करता है और थायराइड को बताता है कि क्या करना है।
किसे होती है यह बीमारी 

यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। महिलाओं में पुरुषों के अनुपात में यह बीमारी पांच से आठ गुणा अधिक होने की संभावना रहती है। 

महिलाओ में थाइरोइड की समस्या बहुत ही आम बात हो गई है, लेकिन इसका इलाज बहुत लोगो को पता नहीं होता है और वो अंग्रेजी दवाइयों का सेवन करना शुरू कर देते है जो की बहुत हानिकारक सिद्ध होती है। इस बीमारी में महिलाओ की खूबसूरती पर ग्रहण लग जाता है उनका वजन बढ़ जाता है, शरीर का आकार ख़राब हो जाता है और चेहरे पर दाग धब्बे भी आने लग जाते है। इस लिए थाइरोइड से पीड़ित महिलाओ को जल्द से जल्द आयुर्वेदिक इलाज की तरफ जाना चाहिए । 
  • थायराइड के निम्नलिखित संभावित लक्षण हैं:
  • शारीरिक व मानसिक विकास का धीमा हो जाना।
  • 12 से 14 साल के बच्चे की शारीरिक वृद्धि रुक जाती है।
  • शरीर का वजन बढ़ने लगता है और शरीर में सूजन भी आ जाती है।
  • सोचने व बोलने की क्रिया धीमी हो जाती है।
  • शरीर का ताप कम हो जाता है, बाल झड़ने लगते हैं तथा गंजापन होने लगता है।
  • हर समय थकावट महसूस होना।
  • अक्सर और अधिक मासिक-धर्म होता है।
  • स्मरणशक्ति कमजोर होना।
  • त्वचा और बालों का सूखा और रूखा होना।
  • कर्कश वाणी।
  • सर्दी न सह नहीं पाना।
  • चिड़-चिड़ापन या अधैर्यता।
  • ठीक से नींद नहीं आना।
  • थायराइड का बढ़ जाना।
  • आंख की समस्या या आंख में जलन।
  • गर्मी के प्रति संवेदनशीलता।
  • शरीर का ताप सामान्य से अधिक हो जाता है।
  • उत्तेजना तथा घबराहट जैसे लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं।
  • शरीर के वजन में असंतुलन पैदा होना। 
  • कई लोगों की हाथ-पैर की अंगुलियों में कम्पन उत्पन्न हो जाता है।
  • मधुमेह रोग होने की प्रबल सम्भावना बन जाती है।
थायराइड में सूजन हो जाती है। इसमें सुई चुभने जैसा दर्द होता है। यह रंग में काला, छूने में खुरदरा तथा धीरे-धीरे से बढ़ने वाला होता है। यह कभी पक भी जाता है। इसमें रोगी का मुंह मुरझाया हुआ तथा गला और तालु सूखा रहता है।

थायराइड जहां पैदा होता है उस स्थान की खाल के रंग जैसा ही होता है। यह भारी, थोड़े दर्द वाला, छूने में ठंडा, आकार में बड़ा तथा ज्यादा खुजली वाला होता है।

मोटापे के कारण होने वाले थायराइड खुजली वाला, बदबूदार, पीले रंग की, छूने में मुलायम तथा बिना दर्द का होता है। इसकी जड़ पतली तथा ऊपर से मोटी होती है जो शरीर के घटने, बढ़ने के साथ ही घटता-बढ़ता रहता है। यह तुम्बी की तरह लटकता रहता है। इसके रोगी का मुंह तेल की लक्षण तरह चिकना होता है तथा उसके गले से हर समय घुर्र-घुर्र जैसी आवाज निकलती रहती है।
यदि थायराइड की बीमारी जल्दी पकड़ में आ जाती है तो लक्षण दिखाई देने से पहले इसके  आयुर्वेदिक इलाज से यह ठीक हो सकता है। थायराइड जीवन भर रहता है। लेकिन इसके सही से रहने पर थाइराड से पीड़ित व्यक्ति अपना जीवन स्वस्थ और सामान्य रूप से जी सकता है। थायराइड का रोग अधिकतर आयोडीन की कमी से होता है। कभी-कभी थायरॉयड ग्रंथि के बढ़ने के कारण भी ऐसा होता है। इस रोग में गर्दन या ठोड़ी में छोटी या बड़ी तथा अचल अंडकोष जैसी सूजन लटकती है।
मुफ्त जानकारी के लिए संपर्क करे : 8375-987-987
Or Visit our Website:
http://mahalaxmiayurvedic.com

हमारा फेसबुक पेज को लाइक करे और भी ज्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए 
https://www.facebook.com/mahalaxmiayurvedaoriginal/

जानिए क्यों होता है Thyroid

कही ये खतरनाक बीमारी आपको भी तो नहीं? रहे सावधान

थायराइड गर्दन में स्थित एक छोटी सी ग्रंथि होती है। तितली के आकार की इस ग्रंथि का मूल काम शरीर के पाचनतंत्र (मेटाबोलिज़्म) को नियंत्रित...

Saturday, December 15, 2018


थायराइड एक तरह की ग्रंथि होती है जो गले में बिल्कुल सामने की ओर होती है। यह ग्रंथि आपके शरीर के मेटाबॉल्जिम को नियंत्रण करती है। यानी जो भोजन हम खाते हैं यह उसे उर्जा में बदलने का काम करती है। इसके अलावा यह आपके हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों व कोलेस्ट्रोल को भी प्रभावित करती है। हम सभी यह जानना चाहते है कि आखिर क्या कारण हो सकते है जिनसे की थायराइड होता है पर इसके कारणों के बारे में अभी तक बहुत कम लोग जानते है। आइए हम आपको बताते है कुछ अतिसक्रिय कारण जो थायराइड में योगदान देते है।
थायराइड के कारण
1.    थायरायडिस- यह सिर्फ एक बढ़ा हुआ थायराइड ग्रंथि (घेंघा) है, जिसमें थायराइड हार्मोन बनाने की क्षमता कम हो जाती है।
2.    सोया उत्पाद- इसोफ्लावोन गहन सोया प्रोटीन, कैप्सूल, और पाउडर के रूप में सोया उत्पादों का जरूरत से ज्यायदा प्रयोग भी थायराइड होने के कारण हो सकते है।
3.    दवाएं- कई बार दवाओं के प्रतिकूल प्रभाव (साइड इफैक्टप) भी थायराइड की वजह होते हैं।
4.    आयोडीन की कमी- भोजन में आयोडीन की कमी या ज्यादा इस्तेमाल भी थायराइड की समस्या में इजाफा करता है। 
5.    विकिरण थैरेपी- सिर, गर्दन और चेस्ट की विकिरण थैरेपी के कारण या टोंसिल्स, लिम्फ नोड्स, थाइमस ग्रंथि की समस्या या मुंहासे के लिए विकिरण उपचार के कारण।
6.    तनाव- जब तनाव का स्तर बढ़ता है तो इसका सबसे ज्यादा असर हमारी थायरायड ग्रंथि पर पड़ता है। यह ग्रंथि हार्मोन के स्राव को बढ़ा देती  है।
7.    परिवार का इतिहास- यदि आप के परिवार में किसी को थायराइड की समस्या है तो आपको थायराइड होने की संभावना ज्यादा रहती है। यह थायराइड का सबसे अहम कारण है।
8.    ग्रेव्स रोग- ग्रेव्स रोग थायराइड का सबसे बड़ा कारण है। इसमें थायरायड ग्रंथि से थायरायड हार्मोन का स्राव बहुत अधिक बढ़ जाता है। ग्रेव्स रोग ज्यादातर 20 और 40 की उम्र के बीच की महिलाओं को प्रभावित करता है, क्योंकि ग्रेव्स रोग आनुवंशिक कारकों से संबंधित वंशानुगत विकार है, इसलिए थाइराइड रोग एक ही परिवार में कई लोगों को प्रभावित कर सकता है।
9.    गर्भावस्था- थायराइड का अगला कारण है गर्भावस्था , जिसमें प्रसवोत्तर अवधि भी शामिल है। गर्भावस्था एक स्त्री के जीवन में ऐसा समय होता है जब उसके पूरे शरीर में बड़े पैमाने पर परिवर्तन होता है, और वह तनाव ग्रस्त रहती है।
10. रजोनिवृत्ति- रजोनिवृत्ति भी थायराइड का कारण है क्योंकि रजोनिवृत्ति के समय एक महिला में कई प्रकार के हार्मोनल परिवर्तन होते है। जो कई बार थायराइड की वजह बनती है।

For More Info: 8375-986-986
Visit Our Website: http://mahalaxmiayurvedic.com

आज के दौर की सबसे खतरनाक बीमारी आखिर होती क्यों है जानिए तुरंत ।

थायराइड एक तरह की ग्रंथि होती है जो गले में बिल्कुल सामने की ओर होती है। यह ग्रंथि आपके शरीर के मेटाबॉल्जिम को नियंत्रण करती है। यानी ...

 

© 2015 - Distributed By Free Blogger Templates | Lyrics | Songs.pk | Download Ringtones | HD Wallpapers For Mobile